Breaking

Friday, 3 October 2025

बिहार: ऐप्स और पोर्टल (Bihar App & Portal)


बिहार: ऐप्स और पोर्टल

Bihar App & Portal



v समर्थ पोर्टल

Ø शिक्षा विभाग (बिहार सरकार) द्वारा लॉन्च किया गया।


Ø बिहार के विश्वविद्यालयों में नामांकन से लेकर आय-व्यय तक की जानकारी।

 



v नीतीश ऐप

Ø आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा लॉन्च किया गया।


Ø लोगों को आपदा की जानकारी 30 मिनट पहले उपलब्ध कराने के लिए।

 



v ई-शिक्षा कोष ऐप

Ø बिहार सरकार द्वारा लॉन्च किया गया।


Ø स्कूल शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए।



 

v टर्न द बस ऐप

Ø बिहार सरकार द्वारा लॉन्च किया गया।


Ø 10वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों को शिक्षा में सहायता प्रदान करने के लिए।

 



v परिमार्जन प्लस पोर्टल

Ø राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा लॉन्च किया गया।


Ø भूमि संबंधी दस्तावेजों में सुधार के लिए।

 



v स्पैशियल म्यूटेशन पोर्टल

Ø बिहार आईआईटी रुड़की द्वारा बिकसित इंटीग्रेटेड लैंड रिकॉर्ड्स मैनेजमेंट सिस्टम (ILRMS) स्पैशियल म्यूटेशन पोर्टल लॉन्च करने वाला पहला भारतीय राज्य बन गया।


Ø स्पेशियल म्यूटेशन भूमि की बिक्री, खरीद या उत्तराधिकार के बाद राजस्व मानचित्रों और अभिलेखों (जैसे जमाबंदी) को स्वचालित रूप से अद्यतन करने में सक्षम बनाता है।

 


 

v 'हमारा बिहार, हमारी सड़क' ऐप

Ø मुख्यमंत्री ने सड़क संबंधी समस्याओं की रिपोर्ट करने के लिए एक नया ऐप लॉन्च किया। इसमें 65,000 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों की रखरखाव अवधि की जानकारी दी गई है और उपयोगकर्ता फ़ोटो के साथ समस्याओं की रिपोर्ट भी दर्ज कर सकते हैं।



 

v BeFIQR

Ø इसे जल संसाधन विभाग द्वारा लॉन्च किया गया है।


Ø BeFIQR से आशय है: बिहार ई-सिस्टम फॉर फ्लड एंड इरिगेशन क्विक रिस्पॉन्स ।


Ø यह बिहार में बाढ़ और सूखे के प्रभाव को कम करने में मदद करेगा।


Ø यह ऐप एक स्वचालित प्रणाली के माध्यम से वास्तविक समय में बाढ़ और सिंचाई से संबंधित आवश्यक जानकारी प्रदान करेगा।

 



v मौसम बिहार ऐप

Ø योजना एवं विकास विभाग द्वारा लॉन्च किया गया।  टेलीफोन और मोबाइल ऐप के माध्यम से जनता को मौसम संबंधी जानकारी प्रदान करता है। बिहार मौसम सेवा केंद्र 24/7 संचालित होता है।

 



v अनुरक्षण ऐप

Ø अनुरक्षण मोबाइल ऐप का उपयोग करके रखरखाव निरीक्षण ऑनलाइन किया जाता है।


Ø इस ऐप का उपयोग करते हुए क्षेत्रीय अधिकारी सड़कों का निरीक्षण कर रहे हैं, जिसमें वे मार्ग (Carriage Way), सड़क के किनारे एवं तटबंध, नालियों सहित पुल-पुलिया जैसी क्रॉस ड्रेनेज संरचनाएँ, सड़क संकेतक तथा वनस्पति के जियो-टैग किए गए फोटोग्राफ विधिवत संकलित करते हैं।



 

v आँगन ऐप

Ø एन.आई.सी. (NIC) की सहायता से एक सामान्य निगरानी ऐप आँगन विकसित किया गया है, जिसे महिला पर्यवेक्षकों और सीडीपीओ (CDPOs)) को उपलब्ध कराए गए टैब में लोड किया गया है।


Ø इसका उपयोग महिला पर्यवेक्षकों और सीडीपीओ द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान किया जाता है।

 



v समीक्षा (SAMEEKSHA)

Ø यह एक वेब और मोबाइल-आधारित निगरानी उपकरण है, जिसे 2022-23 के दौरान कार्यान्वित डिस्कॉम (DISCOMS) के राजस्व और परिचालन प्रदर्शन मापदंडों का एक समेकित और स्पष्ट दृश्य प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

 



v संपूर्ण (SAMPURN)

Ø यह एक बेब और मोबाइल आधारित ऊर्जा लेखा-जोखा टूल है, जिसका उपयोग ऊर्जा के संपूर्ण प्रवाह की निगरानी के लिए किया जाता है। यह वित्तीय वर्ष 2022-23 से क्रियाशील है।


Ø इसका उद्देश्य मैनुअल कार्यों का स्वचालन और डिजिटलीकरण करना है, ताकि मानवीय त्रुटि की संभावनाओं को समाप्त किया जा सके।



 

v सचेत (SACHET)

Ø राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने आपदा प्रबंधन के लिए एक सामान्य चेतावनी प्रोटोकॉल (Common Alerting Protocol - CAP) - अनुरूप एकीकृत चेतावनी प्रणाली की परिकल्पना की है।


Ø यह प्रणाली जनता को आपातकालीन स्थितियों और आपदाओं के बारे में समय रहते चेतावनी देगी तथा उनके निबारण के उपायों को सुनिश्चित करेगी।

 



v बंडर ऐप्लीकेशन

v इसे स्वास्थ्य विभाग द्वारा लॉन्च किया गया था।


Ø एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित करने और गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए।

 



v ई-अश्विन पोर्टल

Ø इसे बिहार सरकार द्वारा आशा (ASHA) कार्यकर्ताओं के बैंक खातों में प्रोत्साहन राशि के सीधे हस्तांतरण की सुविधा के लिए लॉन्च किया गया।

 



v ई-लॉट्स पोर्टल (E-LOTS Portal)

Ø ई-लॉट्स से आशय है: शिक्षकों और छात्रों की ई-लाइब्रेरी।


Ø इसे बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा लॉन्च किया गया है।


Ø इस पोर्टल पर कक्षा 1 से 12वीं तक की पुस्तकें उपलब्ध हैं।

 



v ई-मैपी (E-Mapi)

Ø राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा शुरू किया गया।


Ø यह बिहार के निवासियों को भूमि मापन की प्रक्रिया शुरू करने में सक्षम बनाता है।

 

 


v बेस्ट ऐप्लीकेशन (BEST application)

Ø बेस्ट (BEST) ऐप्लीकेशन एक मोबाइल ऐप है, जिसे राज्य के स्कूलों में रियल टाइम में निगरानी के लिए डिजिटल तकनीक से विकसित किया गया है।

 



v बीम्स (BEAMS)

Ø यह राष्ट्रीय जल बिज्ञान परियोजना बिहार (सतही जल घटक) के अंतर्गत विकसित किया गया है।


Ø यह एक बिश्व बैंक सहायता प्राप्त केंद्रीय क्षेत्र की योजना है, जिसका उद्देश्य जल संसाधन विभाग (WRD) द्वारा निर्मित तटबंधों और उनसे संबंधित परिसंपत्तियों के संग्रह, रखरखाब और दृश्यांकन को सुनिश्चित करना है।

 



v मेधासॉफ्ट (MedhaSoft)

Ø यह एक वेब-आधारित ऐप्लीकेशन है, जो बिहार के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के सभी छात्रों के विवरण का प्रबंधन करता है।

 



v ई-निश्वय पोर्टल

Ø इसे बिहार के पंचायती राज विभाग द्वारा लॉन्च किया गया है।


Ø उद्देश्यः "हर घर नल जल" और "गली-नाली पक्कीकरण योजना" से संबंधित शिकायतों का निवारण।

 



v ई-संजीवनी ऐप्लीकेशन

Ø इसे कोविड महामारी के दौरान चिकित्सा सलाह प्राप्त करने के लिए सी-डैक (C-DAC) द्वारा विकसित किया गया था।

 

 


v परिमार्जन पोर्टल

Ø इसे राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा लॉन्च किया गया है।


Ø यह बिहार के भूमिधारकों को डिजिटलीकृत म्यूटेशन दस्तावेजों में त्रुटियों/सुधारों से संबंधित शिकायतें दर्ज करने में सक्षम बनाएगा।

 



v दृष्टि ऐप्लीकेशन

Ø इसे जल संसाधन विभाग द्वारा लॉन्च किया गया है।


Ø इससे राज्य में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की निगरानी संभव हो सकेगी।

 



v बामिस ऐप्लीकेशन (WAMIS application)

Ø इसे राज्य में सिंचाई परियोजनाओं की निगरानी के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा लॉन्च किया गया है।

 



v अनमोल ऐप्लीकेशन

Ø इसे स्वास्थ्य विभाग द्वारा लॉन्च किया गया।


Ø उद्देश्यः गर्भवती महिलाओं और बच्चों का डिजिटल रिकॉर्ड बनाए रखना।

 



v ई-पिंडदान ऐप

Ø पर्यटन विभाग द्वारा लॉन्च किया गया।


Ø 23,000 के शुल्क पर घर बैठे ऑनलाइन पिंडदान की सुविधा।

 



v बालू मित्र पोर्टल

Ø खान एवं भूविज्ञान विभाग द्वारा लॉन्च किया गया।


Ø रेत की ऑनलाइन खरीद और घर-घर डिलीवरी की सुविधा।

 



v सुबिधा ऐप

Ø ऊर्जा बिभाग द्वारा इसे ऑनलाइन बिजली बिल भुगतान, नए कनेक्शन, शिकायत आदि जैसी सेवाओं के लिए लॉन्च किया गया।

 



v इंद्रबज्र ऐप

Ø इसे आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा 20 किलोमीटर के दायरे में बिजली गिरने से कम से कम 40 मिनट पहले चेतावनी देने के लिए शुरू किया गया।

 



v विद्याबाहिनी ऐप

Ø इसने पहली से बारहवीं कक्षा तक के छात्रों को पाठ्यपुस्तकों की ऑनलाइन उपलब्धता सुनिश्चित की है।

 



v सिटीज़न मोबाइल ऐप (Citizen Mobile App)

Ø स्वास्थ्य विभाग द्वारा लॉन्च किया गया।


Ø विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की जानकारी प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री डिजिटल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत विकसित किया गया है।

 



v बेस्ट प्लस ऐप (Best Plus App)

Ø शिक्षा विभाग द्वारा लॉन्च किया गया


Ø उद्देश्यः विद्यार्थियों की 75% उपस्थिति दर सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों की निगरानी करना।

 



v हेरिटेज ट्री ऐप (Heritage Tree Application)

Ø बिहार राज्य जैव विविधता परिषद, बिहार के विभिन्न जिलों में हेरिटेज वृक्षों का डेटाबेस रखने के लिए इस ऐप का उपयोग कर रही है।


Ø हेरिटेज ट्री 50 वर्ष से अधिक आयु के वृक्ष हैं।

 



v गृह दर्शन ऐप

v इसे बिहार गृह विभाग द्वारा लॉन्च किया गया है।


Ø यह बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाने में मदद करेगा।


Ø इसमें पुलिस थानों, अस्पतालों, दमकल केंद्रों आदि का डेटाबेस होगा।


Ø राज्य के निवासी इस ऐप की मदद से सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

 

 


v हायरिंग मोबाइल ऐप

Ø यह छोटे और सीमांत किसानों द्वारा किराए पर ली जाने वाली कृषि मशीनरी की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्रदान करेगा।

 



v नाज़ ऐप

Ø शिक्षा विभाग द्वारा लॉन्च किया गया।


Ø सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की निगरानी के लिए।

 



v बिहार है तैयार

Ø उद्योग विभाग द्वारा शुरू किया गया।


Ø कुशल प्रवासियों को बिहार में काम के अवसरों के लिए पंजीकरण कराने में सक्षम बनाना।


No comments:

Post a Comment